MP नवापारा-राजिम। गंगरेल से पानी छोड़ने के बाद मंगलवार रात से महानदी का जलस्तर बढ़ने लगा। जिसके चलते तटीय इलाकों में बाढ़ आ गई है। वहीं गई गांवों से संपर्क भी टूट गया है। इसी बीच नवापारा क्षेत्र से ग्राम दुलना में स्थित इंटेकवेल में दो कर्मचारी व गांव के एक युवक बाढ़ में फंस गया। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर SDRF की टीम पहुंची और रेस्क्यू कर तीनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
बता दें कि प्रदेश में पिछले तीन दिनों से बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर है। वहीं कई गांवों की सीमा से संपर्क भी टूट गया है। 10 सितंबर को गंगरेल बांध से महानदी में 50 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ गया। वहीं बुधवार सुबह करीबन 65 हजार क्यूसेक पानी छोड़ गया है। गंगरेल से पानी छोड़ने के के बाद मंगलवार रात से महानदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। वहीं बाढ़ का पानी महानदी किनारे बसे गांवों और शहरों में घुसने लगा है। नवापारा शहर के तटीय इलाके में जलमग्न हो गया है।
नवापारा के समीपस्थ ग्राम दुलना में स्थित इंटेकवेल में दो कर्मचारी देवकरण निषाद और भरत निषाद पंप ऑपरेटर का काम करते हैं। दोनों कर्मचारी बीती रात अपने ड्यूटी पर पहुंचे थे। तभी रात में अचानक महानदी का जलस्तर बढ़ने लगा। कर्मचारी इसका अंदाजा नहीं लगा पाए और इंटेकवेल में ही फंसे रहे। वहीं ग्राम दुलना का एक युवक भी इस बाढ़ में फंसा हुआ था। मामले की जानकारी के बाद मौके पर अभनपुर एसडीएम रवि सिंह, नवापारा तहसीलदार सृजन सोनकर, नवापारा सीएमओ प्रदीप मिश्रा समेत पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
SDRF के जवान अजय साहू, जनोहर बंजारे, रामखिलावन साहू, मनोज कुर्रे, डोमेश ध्रुव, खेमराज चंद्राकर, विष्णु प्रसाद ध्रुव, साजिद खान, शशी लहरे ने बोट के माध्यम से इंटेकवेल तक पहुंचे और तीनों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।
MP महानदी के बाढ़ में फंसे पंप ऑपरेटरों की बाल बाल बची जा

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