chattisgarh शर्दी काटने को हैं मजबुर अधेड़ व उनका गरीब परिवार

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किशन सिन्हा/ गरियाबंद chattisgarh

 

chattisgarh छुरा:- स्वास्थ्य लोकतंत्र के विषय में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने कहा था कि

chattisgarh “लोकतंत्र जनता की, जनता द्वारा और जनता के लिए सरकार है’ मगर आम जनता के बीच इस प्रकार के स्लोगनों का औचित्य लोकतंत्र के सबसे बड़े गणराज्य भारत के ग्रामीण क्षेत्र के लिए औचित्य पूर्ण नजर नहीं आता है

chattisgarh यहां के ऐसे तपके के लोग जो शासन की द्वारा संचालित होने वाले तमाम लोक कल्याणकारी योजनाओं के असल हकदार हैं वे इन योजनाओं से कोसों दूर नजर आते हैं और वह व्यक्ति जो अपने आप में कह सकते हैं कि सक्षम है सुदृढ़ है वे सरकारी सुविधाओं का लाभ सर्वप्रथम उठाते हुए नजर आते हैं

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gariaband आजादी के सात दशक देखने के बाद नसीब हुई बिजली

इन प्रकार के तथ्यों को प्रशासनिक चुक कहें या कहे आम जनता की उदासीनता मगर जो भी हो गरीब जनता को उनका असल लाभ तो धरातली स्तर पर देखने को नहीं मिलता ठीक ऐसा ही एक मामला छुरा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत टेंगनाबासा के आश्रित ग्राम रावणाभाठा की एक गरीब परिवार के सदस्यों की देखने को इन दोनों मिल रहा है जहां मौसम के मर को वे चौतरफा तरीका से सहते हुए लगभग 10 /10 के एक छोटे से झोपड़पट्टी में छह लोगों के पूरे परिवार के साथ बड़े ही तंग हालत में अपने जीवन का निर्वहन कर रहे हैं जहां उनके लिए शासन के द्वारा नहीं पानी की व्यवस्था है ना ही बिजली की व्यवस्था है और ना कोई अन्य व्यवस्था हमें निवास स्थल पर देखने नजर आया ।ऐसे में गरीब परिवार की 74 वर्षीय बुजुर्ग शकवारी बाई साहू ने केन्द्रीय शासन की ओर से चल रहे प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत अपने पक्के आवास के लिए कई बार प्रयास कर थक जाने के पश्चात मीडिया से सम्पर्क किया गया “कि उन्हें उनका असल हक प्रदान किया जाए इस पर ग्राम पंचायत टेंगनाबासा के प्रथम नागरिक सरपंच राजकुमारी ध्रुव से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा यह जानकारी प्रदान किया गया कि “शुकवारी बाई का आवास निर्माण का सपना बहुत ही करीब आ चुका है उनका नाम प्रतिक्षा सूची में अंकित है उन्हें जल्द ही उनका पक्का मकान प्राप्त होगा।”

मगर बुजुर्ग व उनकी परिवार के अनुसार इस प्रकार का आश्वासन वे न जाने कितने सालों से ही सुनता आ रहा है समस्या जेव कि तेव बना हुआ है।

अब देखना यह होगा की अगली सूची में इनका नाम आता है या नहीं?

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