जन आशीर्वाद यात्रा के साथ रूठे नेताओं को मनाने प्रदेशभर में बैठकों का दौर—–विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही एक तरफ सत्ताधारी भाजपा से नेताओं के लगातार छोड़कर जाने का सिलसिला चल रहा है, दूसरी तरफ संगठन के पदाधिकारी रूठाें को मनाने प्रदेशभर में कमरा बंद बैठकें कर रहे हैं। इनमें वे नेता शामिल हैं जाे जो कभी संभाग संगठन मंत्री रहे हैं या जिन्होंने किसान संघ, मजदूर संघ और एबीवीपी में पूर्णकालिक के रूप में काम किया है। वे लगातार नाराज कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं।
फिर इन नेताओं से मिल रहे फीडबैक के आधार पर संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा वहां पहुंचकर बैठकें कर रहे हैं। कुछ जगहों पर उनके साथ प्रदेश प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव भी जा रहे हैं। 15 सितंबर को दोनों नेताओं ने सागर संभाग के नेताओं की बैठक ली। बैठक का एजेंडा तो जन आशीर्वाद यात्रा की तैयारी था, लेकिन बात चुनाव में संगठन को एक रखने के एजेंडा पर ही हुई। 18 सितंबर को यात्रा सागर संभाग में पहुंची। अब इस यात्रा के फीडबैक के आधार पर वे फिर सागर संभाग जाएंगे।
संगठन महामंत्री हितानंद 2 और 3 सितंबर को चित्रकूट में थे। 4 को नीमच पहुंच गए। 5 सितंबर को मंडला तो 6 सितंबर को इंदौर में थे। 7 और 8 तारीख को भोपाल में रुककर वे अगले दिन राऊ और उसके बाद पेटलावद चले गए। 14 सितंबर को उन्होंने ग्वालियर- चंबल संभाग की बैठक की ।
सोशल मीडिया पर भी नजर
संगठन का एक समूह भाजपाजनों के सोशल मीडिया यानी फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी नजर रखे हुए हैं। जो बड़े नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उनकी पोस्ट को कितने लोग लाइक कर रहे हैं, कितने उनके साथ खुलकर जाते दिखाई दे रहे हैं। खास तौर से ग्वालियर संभाग में कुछ नेताओं की फेसबुक पोस्ट में बगावती तेवर नजर आने पर पूर्व संभागीय संगठन मंत्री वेदप्रकाश ने इनको समझाया-बुझाया।