sihor हसीब खान मंसूरी सीहोर
ठोकर मार, धक्का देकर, विरोधी को गिराने वाले खिलाड़ी को मिलता है पुरस्कार।
ग्राम चरनाल में बुधवार को सुबह दो पद्धति से गेड़ी लड़ाई खेली गई। ठोकर मार कर और धक्का देकर सामने वाले प्रतिद्वंदी को गिराना है। और पुरस्कार जीतना है। होने वाली गेड़ी प्रतियोगिता में 38 गांव के कुल 128 खिलाड़ी शामिल हुए। जिन्होंने अपने दाव पेज से विरोधी खिलाड़ियों को मात दी। किसी ने ठोकर मार कर तो किसी ने धक्का दिया जो तय समय तक टिका रहा वह विजेता बना।
दरअसल ग्राम चरनाल में वर्ष 1983 से लगातार गेड़ी प्रतियोगिता चली रही है। हर साल रक्षाबंधन के पर्व पर गेड़ी प्रतियोगिता होती है। इस साल इसका 41 वा वर्ष था। आयोजन समिति ने बताया कि इस बार 38 गांव के खिलाड़ी शामिल हुए। रक्षाबंधन के दो दिन बाद यहां गेड़ी प्रतियोगिता कराई जाती है। जो दो पद्धति से खेली जाती है जिसमें ठोकर और धक्का पद्धति है। बुधवार को सुबह 10 बजे से गेड़ी प्रतियोगिता शुरू हो गई थी चरनाल गेड़ी लड़ाई प्रतियोगिता में ठोकर पद्धति में 46 टीमों ने भाग लिया इसी तरह धक्का पद्धति की बात करें तो इसमें 18 टीम में शामिल हुई।
*समिति ने यह रखे थे पुरस्कार*
ठोकर पद्धति में प्रथम विजेता विनोद केवट आचार्य रोहित को एलसीडी दूसरे नंबर पर रहे ओमप्रकाश पाल गाबा को इलेक्ट्रॉनिक इंडक्शन चूल्हा और बंसीलाल केवट आचार्य को तीसरा पुरस्कार सीलिंग फैन दिया गया। समिति ने धक्का देने वाली पद्धति के विजेताओं को भी पुरस्कार बांटे हैं।