RAIPUR रायपुर में जल्द शुरू होगी पुलिस कमिश्नर प्रणाली
RAIPUR रायपुर, दुर्ग और कांकेर की मस्जिदों में हुआ ध्वजारोहण, गरियाबंद में बारिश के बावजूद दिखा स्वतंत्रता दिवस का जोश।

आज पूरे देश में 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह और गौरव के साथ मनाया गया। राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत की। ध्वजारोहण के बाद उन्होंने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने हेतु कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
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मुख्यमंत्री साय ने अपने भाषण में कहा कि रायपुर में अब पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की जाएगी। यह प्रणाली पहले केवल कुछ बड़े महानगरों तक सीमित थी, लेकिन अब छत्तीसगढ़ भी उन विकसित राज्यों की कतार में खड़ा हो जाएगा, जहां उन्नत पुलिसिंग व्यवस्था लागू है। शुरुआत में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रायपुर में लागू किया जाएगा, और सफलता के बाद बिलासपुर, दुर्ग जैसे अन्य बड़े जिलों में भी इसका विस्तार किया जाएगा। यह फैसला राज्य की कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक नई और सराहनीय पहल देखने को मिली। रायपुर, दुर्ग, कांकेर और कोंडागांव की मस्जिदों में पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। मुस्लिम समाज के लोगों ने इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया और इसे अपने लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि पहले वे दरगाहों में ध्वजारोहण करते थे, लेकिन इस बार मस्जिदों में यह अवसर मिलना उनके लिए विशेष महत्व रखता है। यह कदम सामाजिक समरसता और एकता की मिसाल बना।
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छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में बारिश के बावजूद स्वतंत्रता दिवस का उत्सव पूरे जोश के साथ मनाया गया। वहीं, देवभोग में स्कूली बच्चों ने ध्वजारोहण के बाद प्रभात फेरी निकाली और देशभक्ति गीतों के साथ पूरे नगर में देश प्रेम का संदेश फैलाया। राज्यभर में स्वतंत्रता दिवस की रंगत अलग ही नजर आई—स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, पंचायत भवन और गांव-गांव में लोगों ने तिरंगे के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किए।
छत्तीसगढ़ ने इस स्वतंत्रता दिवस पर न केवल पारंपरिक उत्सव मनाया, बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से कई नए आयाम भी जोड़े। पुलिस व्यवस्था में सुधार की दिशा में बड़ा कदम, धार्मिक स्थलों में राष्ट्रीय ध्वज की उपस्थिति, और ग्रामीण अंचलों में भी भारी उत्साह—ये सभी पहलू इस बार के स्वतंत्रता दिवस को खास बनाते हैं।

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