MP में हवा का रुख क्या है —-भोपाल संभाग के पांच जिलों की 25 विधानसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है। फिलहाल, भाजपा 12 और कांग्रेस छह सीटों पर मजबूत दिख रही है। सात सीटों पर दोनों पार्टियां एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में हैं। इनमें भोपाल और विदिशा की दो-दो, सीहोर, रायसेन और राजगढ़ की एक-एक सीट है।भोपाल में पुराने शहर से लगी दो सीटों उत्तर, मध्य में मुस्लिम वोटर्स निर्णायक हैं। नए शहर की गोविंदपुरा, हुजूर में हिंदुत्व का साफ असर है। नरेला में हिंदुत्व, विकास और मुस्लिम तीनों फैक्टर हैं। 2018 में जो सीटें भाजपा के पास हैं, उसमें से 3 में रुझान पहले की तरह ही है। मुस्लिम प्रभाव वाली उत्तर सीट कांग्रेस के लिए आसान रही, लेकिन विधायक आरिफ अकील के भाई की बगावत से इस बार समीकरण बदल गए हैं।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में कांग्रेस ने पर्दे के हनुमान विक्रम मस्ताल शर्मा को टिकट दिया है। समाजवादी पार्टी ने मिर्ची बाबा को उतारा है। इससे गैर भाजपा वोट दो हिस्सों में बंट गए हैं। आष्टा में कांग्रेस के विधायक रघुनाथ का टिकट काटने के साइड इफेक्ट दिख रहे हैं। इछावर में मेघा परमार को टिकट न मिलने से परमार वोटों की नाराजगी कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकती है। बदलते समीकरण में क्या होगा ये आने वाला वक़्त बताएगा लेकिन खेला तो होगा चाणक्य न्यूज़ इंडिया लाइव टीवी के लिए भोपाल से अशोक मिश्रा की खास रिपोर्ट
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