किशन सिन्हा GARIABAND ब्यूरो
GARIABAND मैनपुर:- विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से 22 किलोमीटर दूर आदिवासी बाहुल्य ग्राम तौरेंगा में आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले 0 से 05 वर्ष तक के नौनिहाल बच्चें जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने विवश हैं। दरअसल ग्राम तौरेंगा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का भवन अत्यंत जर्जर हो गया है। बारिश के मौसम में आंगनबाड़ी के छत में जगह जगह से पानी टपक कर कमरे में भर जाता है, भवन की दीवारें भी दरारें पड़ गई है, खिड़कियां भी टुटी फूटी अवस्था में है। जिससे यहां पढ़ने वाले नौनिहालों पर गंभीर दुर्घटना घटने की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों ने कहा कि की बार आंगनबाड़ी केंद्र भवन की मरम्मत व सुधार हेतू मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं हुआ है। इस मौके पर प्रमुख रूप से कार्यकर्ता प्रभा जार्ज, सहायिका खोलबाहरीन यादव, गणपत सोरी, सोनबाई, बालमती, खोलबाहरा, रतनीबाई, दशोदा भाई जगत, प्रीति नेताम, चौंकीबाई नेताम लगनीबाई सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।
जर्जर आंगनबाड़ी भवन की मरम्मत की जाए: ग्रामीण
क्षेत्र के रहवासियों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मैनपुर को ज्ञापन सौंपकर तौरेंगा के जर्जर आंगनबाड़ी भवन को जल्द से जल्द मरम्मत व सुधार कराने की मांग की है। पत्राचार के माध्यम से कहा कि- आंगनबाड़ी भवन बहुत पुराना है, विभाग द्वारा भवन की मरम्मत कई वर्षों से नहीं की गई है। जिसकी खामियाजा यहां पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों को भूगतना पड़ रहा है। कई बार इसकी मरम्मत की मांग करने के बाद भी जिम्मेदारों द्वारा दिलचस्पी नहीं दिखाई, यह उदासीनता है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मैनपुर को ज्ञापन सौंपकर जल्द ही इस समस्या पर संज्ञान लेकर जर्जर आंगनबाड़ी भवन की मरम्मत व सुधार कराने का मांग किया गया है, अब देखना यह है कि प्रशासन इस समस्या को लेकर कितना गंभीर है।